अपने बच्चो को सही दिशा कैसे दे
अपने बच्चो को सही दिशा कैसे दे
बच्चो की सही परवरिश देना बहुत जरूरी है कया आप अपने बच्चो को समझते है ।पहले बच्चो को
समझना बहुत जरूरी है। पहले खुद को इस के लिए तैयार करे। अपने मन को समझाए कि चाहै कुछ भी हो आप बच्चों को नाजायज गुस्सा नहीं करेंगे। अपने मन को हर कीमत पर शान्त रखेगे।
बचपन की यादें
सभी parents चाहते है कि हम अपने बच्चो सही परवरिश
दे ।लेकिन क्या हम ऐसा कर पाते है । ऐक सवाल खुद से करे आप अपने बचपन की की कोन सी यादो मे खो जाते है। आप को खुशी देती हैं। कुश ऐसे भी लोग हैं जो अपने
बचपन में जाना ही नही चाहते। तो कुछ ऐसे लोग हैं जिनको बचपन की यादें बहुत सारी posative enrgy देती है। तो आप अपने बच्चो के बचपन को ऐसा बनाए कि वह खुशी से खिल उठे। उनके बचपन को प्यार के रंग से भर दे।
बच्चो का मन बहुत चंचल होता है
बच्चो का मन बहुत चंचल होता है उनके मन मे बहुत सारे सवाल होते है कई बार उनके मन मे बहुत सारी confusion चल रही होती है। ऐसे में अगर वह आप से कोई सवाल पुछे तो बजाऐ irritate होने के आप को धर्य से काम लेना होगा। बहुत प्यार से उनके सवाल का जवाब दे। ताकि वह कभी भी आगे सवाल पुशते हूऐ डरे या घबराऐ नही ओर उनके मन मे कोई confusion भी ना रहे ओर उनके सामने सारे रास्ते clear हो।
बच्चो की जिद् का हल
अगर बच्चे जिद् करते है तो उनको मारे नही ।उनको किसी तरह का डर ना दे। नही तो डर धीरे धीरे उनके उपर हावी हो जाऐगा ओर वह पुरी तरह से खुल नही पाऐगे। अगर बच्चा जिद् करता है तो। आपको बहुत petience रखना होगा। उसे प्यार से समझाना होगा।
तुलना ना करे
कई parents अपने बच्चो की दूसरे बच्चो से तुलना बहुत करते है। जैसे कि कोई बच्चा किसी काम में अच्छा है तो अपने बच्चे की तुलना उस बच्चे से करने लग जाते है। इस से जे होता है कि कई बार बच्चा डर में रहने लगता हैं । वह उस बच्चे से ईर्षा करने लगता है। वह अपने आप पर भरोसा नहीं कर पाता और वह दूसरे की तरह बनने की कोशिश में अपनी qualities भूल जाता है। ओर वह अपनी खुद की पहचान नहीं बना पाता। ईस लिऐ यह ज़रूरी है कि अपने बच्चों को खुद पर भरोसा करना सिखाऐ ओर उन्हें अपने खुद के दम पहचान बनाने के लिऐ
प्रेरित करे ।
बच्चो की सही परवरिश देना बहुत जरूरी है कया आप अपने बच्चो को समझते है ।पहले बच्चो को
समझना बहुत जरूरी है। पहले खुद को इस के लिए तैयार करे। अपने मन को समझाए कि चाहै कुछ भी हो आप बच्चों को नाजायज गुस्सा नहीं करेंगे। अपने मन को हर कीमत पर शान्त रखेगे।
बचपन की यादें
सभी parents चाहते है कि हम अपने बच्चो सही परवरिश
दे ।लेकिन क्या हम ऐसा कर पाते है । ऐक सवाल खुद से करे आप अपने बचपन की की कोन सी यादो मे खो जाते है। आप को खुशी देती हैं। कुश ऐसे भी लोग हैं जो अपने
बचपन में जाना ही नही चाहते। तो कुछ ऐसे लोग हैं जिनको बचपन की यादें बहुत सारी posative enrgy देती है। तो आप अपने बच्चो के बचपन को ऐसा बनाए कि वह खुशी से खिल उठे। उनके बचपन को प्यार के रंग से भर दे।
बच्चो का मन बहुत चंचल होता है
बच्चो का मन बहुत चंचल होता है उनके मन मे बहुत सारे सवाल होते है कई बार उनके मन मे बहुत सारी confusion चल रही होती है। ऐसे में अगर वह आप से कोई सवाल पुछे तो बजाऐ irritate होने के आप को धर्य से काम लेना होगा। बहुत प्यार से उनके सवाल का जवाब दे। ताकि वह कभी भी आगे सवाल पुशते हूऐ डरे या घबराऐ नही ओर उनके मन मे कोई confusion भी ना रहे ओर उनके सामने सारे रास्ते clear हो।
बच्चो की जिद् का हल
अगर बच्चे जिद् करते है तो उनको मारे नही ।उनको किसी तरह का डर ना दे। नही तो डर धीरे धीरे उनके उपर हावी हो जाऐगा ओर वह पुरी तरह से खुल नही पाऐगे। अगर बच्चा जिद् करता है तो। आपको बहुत petience रखना होगा। उसे प्यार से समझाना होगा।
तुलना ना करे
कई parents अपने बच्चो की दूसरे बच्चो से तुलना बहुत करते है। जैसे कि कोई बच्चा किसी काम में अच्छा है तो अपने बच्चे की तुलना उस बच्चे से करने लग जाते है। इस से जे होता है कि कई बार बच्चा डर में रहने लगता हैं । वह उस बच्चे से ईर्षा करने लगता है। वह अपने आप पर भरोसा नहीं कर पाता और वह दूसरे की तरह बनने की कोशिश में अपनी qualities भूल जाता है। ओर वह अपनी खुद की पहचान नहीं बना पाता। ईस लिऐ यह ज़रूरी है कि अपने बच्चों को खुद पर भरोसा करना सिखाऐ ओर उन्हें अपने खुद के दम पहचान बनाने के लिऐ
प्रेरित करे ।
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