एक healthy life जिने के लिए

     मैने अपनी stressful life को कैसे change किया 

              Part - 1

दोस्तों आपकी जिंदगी में आपके लिए सबसे important क्या है। अगर पूछा जाए तो किसी का जवाब होगा family किसी का जवाब होगा पैसा, और किसी के जवाब होगा अच्छी life styl, लेकिन यह तब तक अधूरा है जब तक आपकी सेहत अच्छी नहीं है अगर इस सबका साथ चाहिए तो उसके लिए आपकी शरीर का आपके साथ होना बहुत जरूरी है आपकी सेहत का अच्छा होना बहुत जरूरी है। आपकी सेहत अच्छी नहीं है तो आप कुछ भी injoy नहीं कर सकेंगे आपको कुछ भी अच्छा नहीं लगेगा।



आप चाहते हैं कि हम अपनी लाइफ को अच्छे से इंजॉय करें जीवन का भरपूर आनंद लें ओर हमेशा खुश रहे तंदुरुस्त रहें तो इसके लिए आपको अपनी लाइफ में बहुत सारे change लाने होंगे। पहले पहले आपके लिए यह सब करना इतना आसान नहीं होगा लेकिन दोस्तों यह इतना मुश्किल भी नहीं है। कोई दूसरा तब तक आपकी सेहत को सही नहीं कर पाएगा चाहे आप कितनी भी medicine ले  या कुछ भी कर ले जब तक आप खुद अपने मन से  नहीं चाहेंगे और खुद मेहनत नहीं करेंगे इसके लिए आपको बहुत सारी आदतों को  change करना होंगा। मैंने अपने आसपास ऐसे लोगों को देखा है जो अपनी ही  गलत आदतों की वजह से अपने शरीर को बहुत नुकसान पहुंचाते हैं और फिर वह  बहुत सारी medicine खा लेते हैं  लेकिन उन्हें कोई भी खास फर्क नहीं पड़ता । Medicineसे आप को कुछ time के लिए अचछा feel होगा लेकिन बाद में अलग-अलग तरह की medicine  शरीर को नुक्सान ही पहुंचाती है।



दोस्तों अगर आप ठीक होना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको इन सब की जड़ में जाना होगा कि इन बीमारियों की वजह क्या है। इन सब की दो वजह ही हो सकती है, गलत खाना पीना या नेगेटिव सोचते रहना। गलत खाने पीने का मतलब ज्यादा बाहर फूड खाने जैसे पिज्जा, बर्गर ,समोसे आदि और nagative सोच का मतलब कि हमें फालतू का सोचते रहना जिस सबका आपकी जिंदगी में कोई मतलब ही नहीं है। जैसा सोचेंगे आपके साथ वैसा ही होता जाता है इसके लिए आपको इन फालतू की  सोच से बाहर निकलना होगा। Tention लेने से आपका कुछ भी नहीं होगा उल्टा आपकी सेहत खराब होगी और आपके घर का environment खराब होगा।



पहले old age  के‌ लोगो को ज्यादा problems face करनी पड़ती थी ।अब young age मे ही बहुत case देखने को मिलते हैं।  अगर young age ही health problem face करनी पड रही है तो समझ जाए कि हमारा lifestyle गलत हो चुका है ओर हमारा lifestyle ऐसा रहा तो यह  problems आगे जाकर बढ़ती जाएगी कम नहीं होगी।


           खुद को कैसे करें change-

कई लोग खुद को change करना चाहते हैं लेकिन वह कर नहीं पाते। मैं अपने personal experience  से कहती हु कि  आप ने एक बार सोचने  से आप खुद को change nhi कर पाएंगे । आप करना चाहेंगे लेकिन कुछ टाइम के बाद फिर छोड़ देंगे।आप को पहले अपने मन को change करना  होगा। ऐसे आप चार दिन करेंगे ओर फिर छोड देंगे। आप ने कुछ भी करना है उसे पहले रोज सुबह खुद को motivate करें की आप को अपनी health के लिए यह करना हे। अगर आप की life stressful  है तो इस stress  को कम करने के लिए yoga बहुत ही helpfull है । यह मेरा पर्सनल experience है क्यों हर ऐक की life में problems होती हैं,मेरी लाइफ में भी बहुत problems  थी।

इन सब की  वजह मेरी जिंदगी  में हुई कुछ घटनाएं थी मेरे ऊपर इतनी हावी हो गई थी या मैंने कर ली थी।क्योंकि मैं अपने दिल पर कोई भी बात जल्दी लगा लेती थी और उन सब से बाहर जल्दी निकल नहीं पाती थी वही सब मेरे दिमाग में चलता रहता था की जिस वजह से मेरे साथ सब कुछ nagative होने लगा था क्योंकि इन सब के चलते मेरा nature  बहुत गुस्सा वाला बन गया था   और मेरे ही शरीर का नाश कर रहा था लेकिन मैं खुद को change करना चाहती थी और यह इतना आसान नहीं था इसके लिए मुझे बहुत मेहनत करनी पड़ी क्योंकि यहां पर मेरा जन्म हुआ था वहां पर बहुत लड़ाई झगड़ा रहता था और उसका असर मुझ पर बहुत गहरा हुआ था, झगड़ा कोई करता था लेकिन घबरा मै जाती थी, घर में जो नेगेटिव word गूंजते थे उसने मुझे mantally weak बनाना शुरू कर दिया था। जिस माहौल में मैं रही  थी मेरा नेचर भी वैसा ही होने लगा था ओर मैने देखा की मेरे  जो nagative personilty  बन चुकी थी लोग इसका बहुत फायदा उठाने लगे थे । लेकिन शादी के बाद जब मैने देखा कि मैं जो बन चुकी हु उसका असर मेरे बच्चों ओर ओर घर पर पड रहा है तो मैने ठान लिया कि मैने खुद को change करना है। तो मैने इस इसकी शुरुआत meditation से की जब मैंने योगा करना शुरू किया तो मैंने देखा कि मेरे अंदर बहुत change आ गई है मेरा गुस्सा धीरे-धीरे कम होने लगा है। 



दोस्तों मेरे अंदर जो भी nagativity थी उसकी वजह से मैं जो भी सोचती थी तो मैं वैसे ही फील करती थी अगर मुझे लगता कि मुझे सांस की प्रॉब्लम है तो मुझे भी ऐसा ही लगता था मेरे साथ ऐसा ही होता था क्योंकि मैं बहुत चीजें खुद पर हावी कर लेती थी जो कि मुझे यह आदत अपनी छोटी उम्र से ही पढ़ चुकी थी अभी से बदलना इतना आसान नहीं था इसमें मुझे बहुत टाइम लगा टाइम क्यों लगा मुझे टाइम इसलिए लगा कि मै meditation 4 दिन करती थी और फिर छोड़ देती थी जैसे जैसे मैं 10 दिन योगा करती थी और मुझे लगता था कि मुझ में change आने लगी है जो मेरा सिर सारा दिन दुखता रहता था उस पर प्रेशर पड़ा रहता था वह बिल्कुल कम होने लगा था और मेरी लाइफ बहुत ही आसान हो गई थी लेकिन किसी वजह से जब मैं योगा कर नही पाती थी तो मेरी situation फिर से वैसी हो जाती थी मैं छोटी छोटी बातों को दिल पर लगा लेती थी और कोई ना कोई अपनी प्रॉब्लम अपने हस्बैंड को बताती रहती थी लेकिन जब भी कोई टेस्ट करा दी तो उसमें कुछ भी नहीं आता था जा मैं देखती थी कि जिसका इलाज में घर पर ही कर सकती थी उसकी मैं मेडिसिन खा रही थी कि  लेकिन मुझे ऐसे नहीं जीना था ऐसे घबराकर ऐसे टेंशन में छोटी बातों को दिल पर लगा लेना ऐसे कोई जिंदगी थोड़ी होती है जो  मरने से भी बदतर जिंदगी होती है क्योंकि हम कभी चैन से जीते ही नहीं हैं और छोटी-छोटी बातों का हम पतंगर कर बना कर बैठ जाते हैं यह हमारी खुद की प्रॉब्लम होती है और हमारी खुद की ही कमी होती है आकर आप चाहेंगे तो आपको कोई भी दुखी नहीं कर सकेगा। हम कई बार छोटी  छोटी बातों को खुद पर हावी कर लेते है उसके बारे मे सोचते रहते हैं फिर वह लड़ाई का रुप जरुर लेती है ओर हम अपने बीच में बहुत सारी tentions creat कर लेते है।इस लिए हमे बहुत सारी बातें को ignore करना सीखना चाहिए।


    Yoga आपको कैसे problem से दूर रखता है


दोस्तों जब आप  meditation start करेंगे तो  आप    देखेंगे कि आपकी जो दुखों की वजह है वह दूर होती जा रही है आपकी दुखों की वजह होती है आपके  accpectationsजो आपकी दूसरों से होती है।आप दूसरों से इतनी उम्मीदें लगा बैठते हो कि  खुद  को कमजोर बनाते चले जाते हो  या situations आपको बना देती है ओर  सामने वाले से बहुत सी उम्मीदें रखने लगते है और जब वह पुरी नहीं होती तो आप दुखी होते रहते हो ।



    जब आप इन सब के आदि हो जाते है तो इसे कम करना इतना आसान नहीं होता आप इसे इतनी आसानी से खत्म नहीं कर सकते हैं तो मैंने meditation करना शुरू किया और देखा  कि अब मैं हल्का feel करने लगी थी  और खुश रहने लगी थी देखा कि जब हम दूसरों से कुछ उम्मीदें लगाते हैं और उसी से हम दूसरों से बात भी करते रहते हैं और घर का माहौल तो खराब करते हैं खुद को भी दुखी और बीमार कर लेते हैं मैंने देखा कि इस सबके चलते हुए कुछ भी सही तो नहीं हो रहा बल्कि गलत ही हो रहा है और प्रॉब्लम से प्रॉब्लम और बढ़ती चली जा रही हैं तो मैंने खुद से वादा किया कि दुसरो को नहीं खुद को change  करना है । जब मैंने दूसरों को चेंज करने में लगी हुई थी तो मैं बहुत ही दुखी रहती थी और मेरा जो ध्यान रहता था वह दूसरों की और रहता था और मैं दूसरों के बारे में ही सोचती रहती थी दूसरों को ही अपने मन पर बहुत हावी कर लिया था। लेकिन लोग तो जैसे होते है लेकिन हम उन को follow करते करते  खुद   को  भी वैसा बना लेते  लेते हैं और वैसा ही हमारे साथ होता रहता है मैंने धीरे-धीरे meditation दुआरा अपनी सोच को बदलना शुरू किया । .दोस्तों meditation की help से हमारा मन धीरे-धीरे शांत होने लगता है और हम अपने काम पर पूरा focus कर पाते हैं, किसी पर गुस्सा करना यह हमारे खुद के शरीर को ही खराब करता है, किसी को बुरा कहना जे सब हम खुद को ही दुखी करता है , इसलिए दूसरों को छोड़कर खुद की ओर ध्यान दें कि आपके खुद के मन में क्या चल रहा है और उसे बदलने की कोशिश करें जैसी ही आपकी सोच होगी वैसा ही आप बन जाएंगे आप  देखेंगे कि धीरे-धीरे आपका सारा inviroment चेंज होने लगा है और आप खुश रहने लगे हैं ,अगर आप अपने मन को कहेंगे कि आप बिल्कुल स्वस्थ हैं आप बिल्कुल खुश हैं सभी लोग अच्छे हैं उन सबकी अपनी-अपनी राय है उन सब की खुद की सोच है आपके आसपास जो भी सिचुएशन हो उसका आप पर कोई भी असर नहीं पड़ेगा और आप बिल्कुल शांत रहेंगे।


जब मैंने देखा कि meditation की help से मेरी लाइफ चेंज हो रही है और मैं खुश रहने लगी हूं तो मैंने इसे अपनी लाइफ का part बना लिया।मैंने सबसे पहले खुद को motivate किया कि हर हालत में मुझे योगा करना है कुछ भी हो meditation मेरी जिंदगी का बहुत इंपोर्टेंट पार्ट है इसके बिना मैं अधूरी हूं। हर सुबह एक घंटा आधा घंटा खुद को देना है चाहे कुछ भी हो जाए यह मेरी लाइफ है। तो मैं रोज  खुद को मोटिवेट करती और फिर योगा शुरू करती तो इस की मुझे पूरी तरह आदत पड़ चुकी है जैसे मेरी सांस लेना जरूरी है वैसी ही मेरे yoga करना  बहुत जरूरी बन चुका है और मेरी लाइफ फॉर change होने लगी है मैं खुश रहने लगी हूं आसपास कुछ भी होता हो उससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है मेरे बच्चे खुश रहने लगे हैं मेरा मेरे हस्बैंड खुश रहने लग गए हैं और मुझे ऐसा लगता है कि मेरी एक नई जिंदगी शुरू हुई है।






  





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