किचन में कैसे बर्तन होने चाहिए


हमे किन  बर्तनों में खाना खाना चाहिए यह जान ना जरूरी है ।क्यूंकि healthy life के लिए बर्तन सही होने बहुत जरूरी है ।सही बर्तनों का चुनाव ही हमारी सही सेहत का रास्ता हो सकते है ।आज के टाइम पर लोगों की सहनशक्ति बहुत काम होती जा रही है छोटी छोटी बातों पर गुस्सा आना , छोटी बातों पर घबरा जाना , इम्यूनिटी सिस्टम का low होना भी हमारे खाने कि वजह हो सकता है और खाने के लिए सही बर्तन होने जरूरी है ,तो चलिए दोस्तो आज हम जानते है कि को को से बर्तन हम use करने चाहिए और कोन से बर्तन हम use नहीं करने चाहिए।



                एलुमीनीयम के बर्तन

आज के टाइम पर लोग ज्यादा एलुमिनियम के बर्तन इस्तेमाल कर रहे हैं देखें आप अगर देखे तो हेलो मीडियम के बर्तनों को हमारे लिए बहुत ही नुकसानदायक बताया गया है आप कहीं भी देख ले आयुर्वेदिक नेचुरोपैथी कहीं भी देखें एलुमिनियम को के बर्तनों को हमारे लिए बहुत नुकसान दायक बताया गया है एलुमिनियम के बर्तनों को जो कैदी काले पानी जेलों में बंद होते हैं उनके लिए इस्तेमाल होते हैं उन कैदियों के लिए एलुमिनियम के बर्तनों में खाना बनाया जाता है ताकि वह जल्दी मर जाए तो आप सोच सकते हैं कि एलुमिनियम के बर्तन आपके लिए कितने खतरनाक है इन बर्तनों को इस्तेमाल कर बहुत सारी बीमारियों को आप न्योता दे रहे हैं जैसे कि थायराइड की प्रॉब्लम किडनी प्रॉब्लम ,  loss memory ,heart problems ओर ,pcod प्रोब्लेम्स ।इस लिए जितनी जल्दी हो आप इने change करे ।



                                नान स्टिक बर्तन 



आज के टाइम पर आप देखेंगे कि नॉन स्टिक पैन बी आप बहुत सारे घरों  में इस्तेमाल किए जाने लगे हैं।, क्योंकि इन बर्तनों में खाना बनाना बहुत ही आसान है और ज्यादा तेल की जरूरत भी नहीं पड़ती लेकिन क्या आप जानते हैं कि जो नॉन स्टिक बर्तन आप यूज़ करते हैं उसमें  जो कोटिंग use होती है  वह एक plastic polymer जिसे toflen भी कहा जाता है। इसमें पैदा होने वाला दुआ जहरीला होता है जो आपकी सेहत के लिए बहुत ही हानिकारक होता है, जो कि आपके दिमाग और lungs के लिए बहुत ही खतरनाक है।

कौन से बर्तन use karne चाहिए -


                  मिट्टी के बर्तन 




खाने के लिए सब से best बर्तन जो मैने जाने है वो है मिट्टी के बर्तन मिट्टी के बर्तन में बने हुए खाने में बहुत ज्यादा nutrition होते है । मतलब कि यहां दूसरे बर्तनों मे खाना बनाते समय खाने मैं बहुत सारे nutrition खतम हो जाते है वहीं मिट्टी के बर्तन में बने हुए खाने में बहुत सारे nutrition बचे रहते हैं ।इन बर्तनों में खाना जल्दी खराब भी नहीं होता । इन बर्तनों  खाना बहुत धीरे बनता है लेकिन खाने का process धीरे ही होना चाहिए ।इससे खाना स्वादिष्ट तो बनता ही है ,लेकिन healthy भी बनता है ।पुराने समय लोग इन बर्तनों में ही खाना बनाते थे और वह चुले पर खाना बनाते थे अगर आप बाहर खुले में खाना बनाना चाहते है तो मैं आपको आसान सा option बतातीं हु ।आप एक बडी बाल्टी लें ओर उसमें गोबर के उपलों को छोटे-छोटे pieces मे रखे ओर जलादे। ओर अगर आप को दाल साग खीर कुंज भी बनाना हो तो मिट्टी के बर्तन mien daal kar रखदे ये धीरे धीरे बनेगी लेकिन बहुत ही स्वादिष्ट बनेगी साथ मैं इसे बीच बीच में हिलाते भी जाए । अगर दाल बना रहे है तो उसमें बिना तेल के तड़का लगाए भी प्याज लहसुन टमाटर को मिक्सी में पीस कर वैसे ही डाल सकते है लेकिन इस पेस्ट को आप पहले ही डाल दे ताकि ये भी दाल के साथ अच्छे से पाक जाए यकीन मनिए इस process से बनी हुई दाल बहुत tasty बनेग ।





   राजीव दीक्षित जी ने जो कहा आप हैरान होंगे सुनके जो बात आप अभी सोच रहे होते है वो  साबित करके दिखाते थे , उनो ने मिट्टी के बर्तन में बनी हुई दाल को एक लेबॉर्ट्री में रिसर्च करव्याया तो एक तो वह दाल दो दिन के बाद भी खराब नहीं हुई थी और जब दाल का टेस्ट किया तो एक भी मैक्रो nutrient ख़राब नहीं  हुआ पकाने के बाद और जब pressur कूकर में बनी दाल का टेस्ट किया तो उसमें सिर्फ 13 percent nutrient बचे थे ।  Pressure cooker में दाल बनाने से दाल पकती  नहीं टूटती है और मिट्टी के बर्तन में दाल पकती है ।

        खाना बनाने वाला बर्तन खुला होना चाहिए



खाना बनाने वाला बर्तन खुला होना चाहिए क्योंकि खाना बनाते टाइम सूर्य का प्रकाश मिलना बहुत जरूरी है, सूर्य 

प्रकाश में बना खान सेहत के लिए बहुत अच्छा माना जाता है।


                 










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